जब उनके दादा-दादी के घर पर बवंडर आता है , तब भी दिन रात जैसा बन जाता है, तब भी पत्ते उलट-पुलट हो जाते हैं, तब भी गाड़ियाँ ओझल हो जाती हैं, मगर तब वे हॉल के उस छोटे से कमरे में छुप जाते हैं जहाँ उनके पापा के वो ख़िलौने रखे हुए हैं जो तब के हैं जब वे उनकी उम्र के थे
अपने पापा को अपनी उम्र में कल्पित करना कुछ मुश्किल है क्योंकि वे हट्टे-कट्टे हैं, कद में छह फुट से ज़्यादा, और उनके बाल सफ़ेद हैं। जब उनकी मम्मी वहाँ नहीं रहती, इस पर दादा-दादी खूब मज़ाक बनाते हैं , सब यह कहकर हँसते है की शायद उन्हीं की वजह से उनके पापा के बाल सफ़ेद हैं। एमी और ज़ोई अपनी मम्मी को इन मज़ाकों के बारे में नहीं बता सकते, वे बताते भी नहीं।
जब वे दादा दादी के घर के छोटे से कमरे में होते हैं, एमी बत्तियाँ जलने देती है जबकि ज़ोई की उम्र उनमें से काफी खिलौनों के लिए अभी बहुत कम है। वे डोमिनोस से खेलते हैं पर ज़ोई मक़सद नहीं समझ पाती और समय से पहले ही पासों को गिरा देती है। वे कंचों से खेलते हैं पर फटे-पुराने ग़लीचे के एक छोटे से हिस्से पर कोई कंचों का क्या करे। उन्हें अगर फैलाया जाए तो वे बस गुम हो जायेंगे।
ज़ोई हमेशा ऑपरेशन खेलना चाहती है, जहाँ चिमटी से कैविटी सैम के अंदर से बीमारियाँ निकालनी पड़तीं है। मगर ये बड़ी सावधानी से करना होता है क्योंकि अगर चिमटी सैम के कैविटी के उन कोनों को छू जाए जहाँ उसकी बीमारियाँ हैं, तो उसकी नाक पर बत्ती जल उठती है, बज़र बज जाता है, और आप खेल हार जाते हो। लेकिन ज़ोई को नाक पर जलती बत्ती पसंद है, वो हंसती है, हंसती जाती है, मक़सद ना समझते हुए, एमी से एक बार फिर गलती करने की इजाज़द माँगती है।
छोटे कमरे से निकलने दिए जाने को दादा-दादी दिल आना कहते हैं, और दिल आने के ईनाम होते हैं सोडा और बिस्कुट। एमी और ज़ोई को अपने घर पर सोडा पीना मना है तो दादा -दादी के यहाँ वो जितना पी पाते हैं पी लेते हैं, फिर ऊपर वाले बड़े पलंग पर कूदते जाते हैं, कूदते जाते हैं जब तक दादी से कहानियाँ सुनने का समय नहीं होता। फिर वो बड़े रंग-बिरंगे तकियों के बीच ऐसे पसरते हैं जैसे बर्फ़ की परियाँ बना रहे हो, और मन-मन में सुनते जाते हैं, क्योंकि वे हर बार एक ही कहानियाँ चुनते हैं, उन्हें सारी ज़बानी याद है मगर जब भी दादी चुड़ैल की आवाज़ निकालती हैं, वे हर बार डर जाते हैं, जैसे जब हंसल और ग्रेटेल जंगल में खो जाते हैं। फिर दोनों कुछ सीधी लेट जाती हैं, दोनों हाथ चादर के अंदर कमर पर, और ज़ोई तेज़ी से अपनी बहन की और खिसक जाती है।